असफलता एक चुनौती है, इसे स्वीकार करो, क्या कमी रह गई, देखो और सुधार करो।
जब तक न सफल हो, नींद चैन को त्यागो तुम, संघर्ष का मैदान छोड़ कर मत भागो तुम।
कुछ किये बिना ही जय जय कार नहीं होती, कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती।
यह एक फेमस कविता है जो ये कहना चाहती है के असफलता और सफलता के बिच मे सिर्फ़ कोशिश क अंतर होता है।
हम सब जानते है के सफलता के बाद के प्लान सबके पास है लेकिन अगर गलती से आप असफल हो गये तो असफलता से कैसे डील करना है कोई बात ही नहीं करना चाहता।
अगर आप लाइफ मे किसी भि चीज मे असफल हो गये है और सफल होना चाहते है तो आपको मे आज कुछ ऐसे तरीके बताऊंगा जो आपको असफलता से सफलता की और लेके जायेगे।
Failure to Success – असफलता से सफलता की ओर
#1 पूर्ण योजना के बाद भी असफल होना
अगर आप कोई नया बिज़नेस शुरू करने जा रहे हो, परन्तु आपने मार्किट, ग्राहक, प्रोडक्ट, लोकेशन, जरुरत अदि का अभ्यास नहीं किया है तो आपका असफल होना स्वाभाविक है। आपकी यह असफलता का सन्मान नहीं हो सकता, क्योंकि यह तो मूर्खता है। अगर आपने यही असफलता को पूर्ण योजना, उचित टीम, उचित अभ्यास, उचित अनुसंधान और स्पष्ट दृष्टि के साथ मिली हो तो उसका अवश्य ही सन्मान होगा क्योंकि यह असफलता नहीं है। इसीलिए योजना बनाने के लिए समय दीजिये सफलता मिलेगी ।
#2 सारी संभावनाओं पर काम करने के बावजूद असफल होना
आपके पास हर समस्या के उपाय के लिए काफी विकल्प उपलब्ध है और वे उस बात पर निर्भर है की आपने सभी विकल्प पर प्रयत्न किया है या नहीं। क्या आपने अहंकार की चिंता करे बगैर सारे दरवाजे खटखटाये? हम सारे प्रयत्न करे बगेर ही अनुमान लगा लेते है की हमारा स्वीकार नहीं होगा. अगर हम “पॉसिबिलिटी थिंकिंग” को समझेंगे तो जानेगेकी जो लोग एक के बाद एक सारी संभावना के लिए प्रयत्न करते है उनकी हंमेशा हार नहीं होती। अगर हार होगी भी तो उसका सन्मान होगा।
#3 लक्ष्य के साथ काम करने के बाद भी असफल होना
पावर थिंकिंग कहता है की अगर आपने लक्ष्य बनाया है, समयसीमा में काम किया है, और इसके लिए अपने आप को रोक के रखा और फिर भी असफल हुऐ, तब भी आप को जरूर सन्मान मिलेगा। अधिकतर लोगो के पास पहले तो लक्ष्य ही नहीं होता। अगर हो तो भी समयसीमा का कोई दबाव नहीं होता और वे काम नज़रअंदाज़ करते रहते है। जिनके लक्ष में टाइमलाइन नहीं होती उन्हें अपनी असफलता का दोष दूसरे को देने का कोई अधिकार नहीं है। लक्ष्य और समयसीमा तय करे बगेर असफल होने में 100% आपका ही दोष है।
#4 उचित सलाह के बावजूद असफल होना
कई लोग सलाह लेते नहीं है क्यूंकि सलाह लेने के बाद जो मेहनत करनी पड़ेगी, वो उन्हें करने की इच्छा नहीं है। हमारे कान वही सुनते है जो हमें सुनना पसंद है। यही वजह है की हंमेशा बच्चे अपने मातापिता की नहीं सुनते। छोटी सी सलाह भी उनको अपनी जिंदगी की दखल अंदाजी लगती है। अच्छे विडिओ, अच्छे पुस्तक, कोच,अपने परिवारजन – इन सब की सलाह मानने के बाद भी अगर हम असफल हुए तो हमारी असफलता सन्मानिय है। उचित व्यक्ति की सलाह न मानकर, खुदको ज्ञानी मानकर असफल हुए तो आपको किसी की भी सहानुभूति नहीं मिलेगी।